
विकास भुवाल ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट से :-
बेमेतरा | कलेक्टर रणबीर शर्मा ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष (दिशा भवन ) में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, सेवाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर शर्मा ने महिला बाल विकास विभाग के समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा बच्चों एवं महिलाओं के साथ ही किशोरी बालिकाओं के कल्याण में महिला बाल विकास विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महिला ,बाल विकास विभाग बेहद गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ ही मानवीय संवेदना के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए कार्य संपादित करें ।
कलेक्टर ने कहा कि गर्भवती माताओं के गर्भ में पल रहे शिशु पूर्णरूप से स्वस्थ्य जन्म हो , उनका सर्वांगीण विकास हो प्राथमिकता में शामिल करें। साथ ही साथ महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण में विभाग अपनी सार्थक भूमिका का निर्वहन सुनिश्चित करें । कलेक्टर ने बैठक में महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित अनेक महत्वाकांक्षी कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं जिले में चल रहे विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की ।
कलेक्टर शर्मा ने बैठक में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं ,बच्चों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग के मैदानी अमला के अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त अधिकारीगण स्वस्फूर्त होकर संवेदनशीलता के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें । कलेक्टर ने बैठक में सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में समस्त पात्र बालिकाओं को योजनाओं का लाभ मिले ,इस दिशा में समस्त महिला बाल विकास के अधिकारीगण मैदानी स्तर पर कार्य करें । उन्होंने कहा कि योजना बालिकाओं के एक बेहतर भविष्य निर्माण की दिशा में संचालित किया जा रहा है ।
जिसका ज्यादा से ज्यादा व्यापकरूप से लाभ मिले, इस दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि महिला समूह विभुयोजनाओं का लाभ लें सकें,इसके लिए समस्त योजनाओं के अंतर्गत आधार सीडिंग का कार्य अविलंब कर लेवें। कलेक्टर ने महतारी वंदन योजना से वंचित समस्त महिलाओं को योजना का लाभ दिलाने की दिशा में छुटे हुए महिलाओं का चिन्हांकन कर योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। इसी तरह से कलेक्टर ने प्रधान मातृ वंदन योजना की गहन समीक्षा की।
कलेक्टर ने योजना अंतर्गत सभी पात्र महिलाओं का शत प्रतिशत लाभांवित करने के निर्देश दिए । कलेक्टर शर्मा ने महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि सभी एनीमिक महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि सभी किशोरी बालिकाओं ,महिलाओं को प्रेरित करें कि वे अपने स्वास्थ्य की शतप्रतिशत देखभाल को प्राथमिकता में शामिल करते हुए पोषणयुक्त आहार लें ।
कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को प्रेरित करें कि वह अंकुरित अनाज चना, गुड़ ,सहित पौष्टिक आहार का पोषण करते हुए अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें कलेक्टर ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में सभी किशोरी बालिका एवं महिलाएं शारीरिक क्रियाकलाप, योगाभ्यास को भी अपने दिनचर्या में शामिल करें।
कलेक्टर ने बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में पोषण युक्त आहार लेने के साथ ही शारीरिक दक्षता वाले कार्यक्रमों में शामिल होने कहा। कलेक्टर शर्मा ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं को स्वालंबन बनाने के लिए महिला समूह के अंतर्गत ऋण स्वीकृति के कार्य को प्राथमिकता में शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैंकर्स को निर्देशित किया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अधिक से अधिक ऋण प्रकरण की स्वीकृति देवें।
कलेक्टर ने बैठक में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारीगण शतप्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में अपने दायित्व का निर्वहन में संवेदनशीलता को शामिल करें। उन्होंने कहा कि विभाग की महती जिम्मेदारी है कि महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में अहम भूमिका का निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि आवश्यकता अनुसार सभी गर्भवती माताओं , शिशुवती माताओं एवं बच्चों को समय समय पर टीकाकरण व स्वास्थ्य की जांच को सुनिश्चित करें । कलेक्टर ने कहा कि संवेदनशीलता एवं मानवीय संवेदना के साथ कार्य करने पर ही महिलाओं व बच्चों के कल्याण की दिशा में एक सार्थक परिवर्तन देखने को मिलेगा।