
अमित दुबे की रिपोर्ट :-
रतनपुर। शारदीय नवरात्रि पर्व के अवसर पर रतनपुर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पौड़ी स्तिथ माँ मंगला गौरी धा मंदिर में सप्तमी तिथि पर भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी। श्रद्धा और आस्था से ओतप्रोत वातावरण में भक्तों ने माँ मंगला गौरी के चरणों में माथा टेककर सुख-समृद्धि एवं जीवन की मंगलकामनाओं का आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंदिर के संस्थापक एवं महंत रमेश शर्मा (अन्ना महाराज) ने–
बताया कि सप्तमी के दिन माँ मंगला गौरी के दर्शन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस तिथि पर जो भी श्रद्धालु माता का विधिवत पूजन और दर्शन करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा जीवन में आ रही बाधाएं स्वतः दूर हो जाती हैं। अन्ना महाराज ने भक्तों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि माँ की कृपा से ही जीवन में शांति, सुख और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
दूर-दराज़ क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से माँ के दर्शन किए। माता के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। भक्तों की सुविधा हेतु मंदिर प्रबंधन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालुओं के लिए भोग एवं प्रसाद वितरण की उत्तम व्यवस्था रही, जिससे दर्शनार्थियों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
सप्तमी के अवसर पर मंदिर प्रांगण को आकर्षक रूप से सजाया गया था। जगह-जगह रंग-बिरंगी झालरों और दीपमालाओं से वातावरण भक्ति रस में सराबोर हो उठा। इस अवसर पर भक्तों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ माता की भक्ति गीतों का संगीतमय संधान किया। वहीं महिलाएं और कन्याओं ने विशेष पूजा-अर्चना कर माँ के चरणों में दीप अर्पित किए।
माँ मंगला गौरी धाम मंदिर का यह पर्व ग्राम पोड़ी ही नहीं बल्कि आस-पास के गांवों और जिलों में भी आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। मंदिर परिसर में पूरे दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और देर रात तक भक्ति का उल्लास देखने को मिला।
यह धार्मिक आयोजन न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा, बल्कि सामाजिक सद्भाव, आपसी मिलन और भक्ति के एक अनूठे संगम का भी प्रतीक बना।