
सुरेश सोनी की रिपोर्ट :-
नारायणपुर, छत्तीसगढ़। जिला अस्पताल नारायणपुर में इन दिनों H3N2 फ्लू जैसे लक्षणों वाले मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। ओपीडी और इमरजेंसी दोनों विभाग रोज़ाना भरे रहते हैं। हालाँकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस की पुष्टि केवल आरटीपीसीआर जांच से ही संभव है, लेकिन मरीजों के लक्षण दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में पाए गए H3N2 मामलों से लगभग समान हैं।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एवं अधीक्षक डॉ. विनोद भोयर ने जनता से अपील की है कि इस संक्रमण को हल्के में न लें और अतिरिक्त सावधानियाँ अपनाएँ।
इस संदर्भ में बात करते हुए डॉ. हिमांशु सिन्हा ने बताया कि कई मरीजों में गंभीर वायरल संक्रमण देखने को मिल रहा है।यह संक्रमण कांटेक्ट के ३ से ४ दिन बाद असर दिखाता है।इसमें मरीजों को “ब्रेक बोन जैसे तेज बुखार”, गले में खराश, खाँसी और पूरे शरीर में दर्द की शिकायत है। उन्होंने लोगों को विशेष रूप से निम्न सावधानियाँ बरतने की सलाह दी—
• लगातार मास्क का उपयोग करें।
• भीड़-भाड़ और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाएँ।
• नियमित रूप से हाथ धोएँ और सेनिटाइज़र का प्रयोग करें।
• गुनगुने पानी से गरारे करें।
बढ़ सकता है खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण आने वाले दिनों में और गंभीर रूप ले सकता है क्योंकि पूरे भारत में इस वर्ष ला नीना प्रभाव (La Niña Effect) के चलते कड़ी ठंड पड़ने की संभावना है। मौसम का यह संक्रमण काल (transition phase) खुद ही वायरस के प्रसार और तीव्रता को बढ़ाने में सहायक है।
प्रशासन की अपील
जिला स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएँ नहीं, लेकिन पूरी सतर्कता बरतें। सही समय पर चिकित्सकीय परामर्श और उचित बचाव से इस बीमारी से निपटा जा सकता है।