
अमित दुबे की रिपोर्ट :-
रतनपुर। विजयदशमी का पर्व देशभर में असत्य पर सत्य की जीत और अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में मंगलवार को धर्मनगरी रतनपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भव्य विजयदशमी उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने परंपरागत परिधान में अनुशासनबद्ध पंक्तियों में कदम से कदम मिलाते हुए नगर भ्रमण किया।
सुबह से ही नगर के विभिन्न मोहल्लों और चौक-चौराहों पर श्रद्धालु एवं नागरिक एकत्र हो गए थे। स्वयंसेवकों के नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। पूरे नगर में गूंजते रहे घोष व नारों ने वातावरण को देशभक्ति और सांस्कृतिक गौरव से ओत-प्रोत कर दिया।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं ने कहा कि विजयदशमी केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की आत्मा और समाज को दिशा देने वाला पर्व है। यह दिन हमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपनाने तथा बुराई के अंत और सच्चाई की विजय का संदेश देता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत पूजन और शस्त्र पूजन से हुआ। इसके बाद स्वयंसेवक रतनपुर नगर की गलियों, मुख्य मार्गों और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करते हुए विजयदशमी उत्सव का संदेश जन-जन तक पहुंचाते रहे। नगर भ्रमण में बाल स्वयंसेवकों से लेकर वरिष्ठ स्वयंसेवकों तक का उत्साह देखते ही बन रहा था
नगरवासियों का अभूतपूर्व उत्साह
रावण दहन और विजय यात्रा के साथ पूरा नगर जय श्रीराम, भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों से गुंजायमान रहा। हर गली-चौराहे पर लोगों ने स्वयंसेवकों का स्वागत कर भारतीय परंपरा और संस्कृति के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
आयोजन समिति ने जताया आभार
कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति ने सभी स्वयंसेवकों, नागरिकों और गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया। समिति ने कहा कि विजयदशमी उत्सव हमें हर वर्ष यह संकल्प दिलाता है कि समाज में व्याप्त अन्याय, अज्ञान और अधर्म का अंत कर सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना की जाए।